क्या आप जानते हैं बैंक में ‘इंटरेस्ट पैड’ का असली मतलब?

क्या आपके बैंक स्टेटमेंट या मोबाइल एप पर कभी “Interest Paid” लिखा दिखा है? क्या आपने सोचा कि यह क्या होता है? अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें बैंक के ये तकनीकी शब्द समझने में दिक्कत होती है, तो यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए है!

आज हम आपको बेहद आसान भाषा में समझाएंगे कि “इंटेरेस्ट पैड” (Interest Paid Meaning in Hindi) का मतलब क्या होता है, यह कब और कैसे मिलता है, और आपके लिए यह क्यों जानना जरूरी है। चलिए, शुरू करते हैं – बिना किसी जटिल शब्दजाल के, बिल्कुल सीधे-सरल तरीके से!

क्या आप जानते हैं?
भारत में ज्यादातर बचत खातों पर ब्याज हर तिमाही (3 महीने) में दिया जाता है, लेकिन कुछ बैंक अब मासिक ब्याज भी देने लगे हैं!

बैंक में इंटेरेस्ट पैड का मतलब?

“Interest Paid” एक अंग्रेज़ी शब्द है, जिसका हिंदी उच्चारण “ब्याज की अदायगी” होता है। इसका मतलब यह है कि बैंक ने आपकी जमा धनराशि (जैसे बचत खाता, FD, RD) पर जो ब्याज मिलता है, वह आपके खाते में जमा कर दिया गया है।

जब आपके बैंक अकाउंट में “Interest Paid” दिखता है, तो इसका मतलब है कि बैंक ने आपको ब्याज का भुगतान कर दिया है।

उदाहरण | Interest Paid Meaning in Hindi With Example

तो चलिए बैंक में इंटेरेस्ट पैड (Interest Paid Meaning in Hindi) को एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं:

जोशेप के पास SBI बैंक में एक बचत खाता (Savings Account) है। बैंक हर महीने उसके खाते में जमा रकम पर 4% सालाना ब्याज देता है।

20 सितंबर 2025 को जोशेप के फोन पर एक मैसेज आता है:

“Interest Paid on Dated September 10, 2025 : ₹1500 Credited to A/C XXXX0000 .”

इसका मतलब है कि बैंक ने जोशेप के खाते में ₹1500 ब्याज के रूप में जमा कर दिए हैं।

Interest Paid से जुड़े कुछ शब्द

  • इंटेरेस्ट पेमेंट (Interest Payment Meaning in Hindi): इंटेरेस्ट पेमेंट का अर्थ होता है – ब्याज की धनराशि!
  • इंटेरेस्ट पेयबल (Interest Payable Meaning in Hindi): इंटेरेस्ट पेयबल का हिन्दी अर्थ “भुगतान किया जाने वाला ब्याज” है! जिसे आने वाले समय मे ग्राहक के बैंक खाते मे ट्रांसफर किया जाएगा!
  • इंटेरेस्ट पैड टिल (Interest Paid Till Meaning in Hindi): इसका अर्थ है की इस तारीख तक ब्याज का भुगतान कर दिया गया है!

निष्कर्ष

बैंक हमारी जमा धनराशि पर नियमित अंतराल पर ब्याज देता है। जब बैंक ब्याज का भुगतान करता है, तो वह ग्राहकों को SMS, ईमेल या ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए सूचित कर देता है कि “Interest Paid” हो गया है। यह पैसा सीधे आपके खाते में जमा हो जाता है, जिसे आप कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

  1. इंटेरेस्ट पैड कब मिलता है?

    ब्याज का भुगतान बैंक और अकाउंट के प्रकार पर निर्भर करता है। बचत खाते में आमतौर पर हर 3 या 6 महीने में ब्याज मिलता है, जबकि FD/RD में मैच्योरिटी के बाद मिलता है।

  2. क्या इंटेरेस्ट पैड पर टैक्स लगता है?

    हाँ, अगर एक साल में बैंक द्वारा जमा किया गया ब्याज यानि Interest Paid ₹10,000 से ज्यादा हो जाता है, तो TDS (Tax Deducted at Source) काटा जा सकता है।

  3. इंटेरेस्ट पैड कैसे चेक करें?

    इसके लिए आप अपने मोबाईल पर आए बैंक के मैसेज को देख सकते है या फिर इसे बैंक स्टैट्मन्ट मे भी आसानी से देखा जा सकता है।

  4. क्या FD पर मिला ब्याज भी इंटेरेस्ट पैड कहलाता है?

    हाँ, FD पर मिला ब्याज भी “Interest Paid” ही होता है, लेकिन यह मैच्योरिटी के बाद ही मिलता है।

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Jony Baku
Administrator at  | Finance Expert

हेलो दोस्तों, मेरा नाम जॉनी बाकू है और मैं भारत के हरियाणा राज्य का रहने वाला हूं! मैंने ब्लॉगिंग (Blogging) की दुनिया में अपना पहला कदम वर्ष 2019 में रखा था और तभी से मैं इस क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए प्रयासरत हूं! मुझे आर्टिकल लिखना एवं पढ़ना बहुत पसंद है इसी वजह से मैं अपने आर्टिकल को बेहतर से बेहतर लिखने का प्रयास करता हूं!

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